ये शहादत है देश के लिये कोई खेल नहीं, शहीदों की शहादत पर ही टिकी है बुनियाद देश की, फिर हम अपनी बुनियाद की बुनियाद ( शहीदों के आश्रितों ) को कमजोर कैसे होने दें |
आओ हम सब भारतीय अपना बड़ा जिगर दिखायें, शहीदों की आवाज़ के साथ अपनी आवाज़ मिलायें |
शहीद आश्रितों के कल्याण में अपना पूर्ण योगदान देकर पुण्य: कमायें |