हमारे देश का वीर सैनिक जिसके कंधो पर देश की पूर्ण सुरक्षा का उत्तरदायित्व है जो पीर पंजाल से उपर की बर्फिली चोटियों, बाड़मेर जैसलमेर के रेगिस्तान, नेपाल चीन से लेकर ब्रह्मा तक की कष्टकारी रष्ट्रीय सीमा तथा समस्त तटीय क्षेत्र की सुरक्षा के लिये भारतीये सैनिक शून्य से निम्न बिन्दु के तापमान पर 50° की उच्चतम गर्मी तथा सीलन व उमस भरे पूर्वी व तटीय क्षेत्र में आधी रात एवं दोपहर कि चिलचिलाती धूप में मुस्तैद दिखता है, जब देश का समस्त संभ्रांत वर्ग चैन की नींद सोता है |
जिन वीर सैनिकों ने अपनी 20 से 30 वर्ष की आयु में देश के लिये अपने जीवन का बलिदान दिया हो उस परिवार पर दु:खों का कितना बड़ा पहाड़ टूटा होगा |
परन्तु यह सोच कर दिल को सुकून और गर्व महसूस होता है की माँ का लाल, बहन का भाई, पत्नी का सुहाग और मासूम का बाप 125 करोड़ भारतीयों के लिये देश के काम आया और अपना फ़र्ज़ अदा कर दुनिया से रुक्षत हो गया | लेकिन सरकार द्वारा अभी अपना पूर्ण फर्ज़ अदा करना बाकी है |
आओ हम सवासो करोड़ भारतीय शहीदों के हकों की आवाज़ उठाएं | हमारा यह छोटा सा प्रयास बूढ़ी माताओं, लाचार विरांगनाओं, अनाथ बच्चों तथा एक भुजा के रूप में खो चुकी अभागिन बहनों के लिये संबल का काम करेगा |
जय हिन्द !